फिर तनु की चूत के ज़ी-पॉन्यट को रगड़ने लगा। तनु ने मस्त होकर अपनी आंखे बंद कर ली। मेरा लण्ड तनु की जांघों से रगड़ खा रहा था। मैंने उसका हाथ पकड़ कर अपने लण्ड पर रख दिया। तनु ने मेरा लण्ड अपने हाथ में थाम लिया और अपने हाथ में दबाने लगी। लण्ड तन कर और भी सख्त हो गया था। तनु मेरे लण्ड को मुठ्ठी में भर कर आगे-पीछे करने लगी। मैं तनु की चूत मारने को बेताब हो रहा था। मैंने तनु को कहा “प्लीज़ ! तनु ! प्लीज़ ! बहुत मन हो रहा है। प्लीज़ ! हम कर लें क्या?” तनु कुछ नहीं बोली। मैंने इसे ही तनु की हाँ समझ लिया। मै तनु के ऊपर लेट गया। तनु का नंगा जिस्म मेरे नीचे दबा हुआ था। वो मदहोश होने लगी और उसकी आंखें बंद होने लगी। मैं उसके बूब्स चूसने लगा। वो बस सिसकारियां ले रही थी। मैंने एक उंगली उसकी चूत में डाल दी, वो मछली की तरह छटपटाने लगी और अपने हाथों से मेरा लण्ड टटोलने लगी। मेरा लण्ड पूरे जोश में आ गया था और पूरा खड़ा हो कर लोहे जैसा सख्त हो गया था। वो मेरा लण्ड पकड़ कर जोर जोर से हिलाने लगी। फिर तनु मेरे लण्ड को मुठ्ठी में भर अपनी चूत के ऊपर रगड़ने लगी। कुछ देर बाद तनु की चूत से कुछ चिकना-चिकना सा निकलने लगा था।..