काला बोला- साली, फ़ुद्दी ही देनी है ! दे दे ! तू कौन सी किसी एक से वफ़ा कर रही है ! काला मेरी फुद्दी ठोक रहा था। लग रहा था कि यह सब उसकी रजामंदी से हुआ था, उसने ही अपने दोस्त को बुलाया था। उसका दोस्त मिन्टू अपना लौड़ा निकाल कर मेरे मुँह के पास लाया। मिन्टू का लौड़ा भी काफी मोटा था, उसने मेरे मुँह में डाल दिया। काला बोला- चल आज घोड़ी बन ! और काले ने मेरी फुद्दी से गीला लौड़ा निकाला, थूक लगाया और मेरी गाण्ड में घुसा दिया। मैं उससे बचना चाहती थी, उसके नीचे से निकलना चाहती थी, चीखना चाहती थी पर मुँह में लौड़ा था, शायद इसीलिए काले ने दोस्त को बुलाया था कि मुझे काबू करके मेरी गाण्ड मार सके ! दोनों ने मुझे दबा कर चोदा, बोले- आज तेरी सारी गर्मी निकालनी है, साली कहे तो दोनों तरफ से घुसा दें? हट कमीना ! उस दिन जब घर गई तो माँ ने मेरी चाल-ढाल देखी और बोली- लगता है तेरी शादी करवानी होगी ! किसी-किसी के नीचे लेटती रहती है ! और बोली- कहाँ कहाँ ख़ाक छान कर आती है, किस-किस यार से मिलती है? माँ बकवास बंद कर अपनी ! मैंने जवाब दिया।……
Part: 2
October 5th, 2011 at 1:55 pm
hello chudai ho rahi kya
October 6th, 2011 at 5:37 pm
soun ker muth mar raha hoo
November 21st, 2011 at 3:08 pm
chodooooooooo
November 27th, 2011 at 8:30 am
ME BHI Chodna