मेरा नाम राज कौशिक है। कहानी से पहले अपने बारे मैं बताता हूँ। उम्र 22 साल, कद 5’8″ रंग साफ है मुझे कम बोलना पसन्द है और मैं बी एस सी फाइनल मैं हूँ। कहानी तब की है जब मैं बारहवीं में पढ़ता था, मैं लड़कियों की तरफ ध्यान नहीं देता था सिर्फ पढ़ाई में लगा रहता था। कक्षा में पढ़ने में सबसे आगे था, लड़कियाँ मुझसे बातें करना चाहती पर मैं चुप लगा जाता। मैं अपने गाँव से पड़ोस के गाँव में पढ़ने साईकल से जाता था। एक लड़की लक्ष्मी उसी गाँव के दूसरे स्कूल में जाती थी। उसका नाम दोस्तों से पता चला था। स्कूल का समय एक होने के कारण वो मुझे रोजाना रास्ते में मिलती थी, देखने में सुन्दर थी, रंग गोरा, लम्बाई 5.5″ 33,28,34 उसका फिगर था। सारे लड़के उसे चोदने की सोचते पर वो किसी की तरफ देखती भी नहीं थी। मेरे सारे दोस्त उसे प्रपोज कर चुके थे। एक दिन वो रास्ते में खड़ी थी। उसने मुझे रोका और बोली- राज मेरी साईकल खराब हो गई है प्लीज मुझे स्कूल तक छोड़ दो। मैं यह सोचकर हैरान था कि वो मेरा नाम कैसे जानती है। लेकिन मैंने हाँ कर दी। उन्होंने खेतों में घर बना रखा था जो बिल्कुल हमारे खेतों के पास था। उसने साईकल पड़ोस में खडी कर दी और मेरे पीछे बैठ गई और हम चल दिये।
Part: 1
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