मेरी कहानियाँ सभी को ख़ूब पसन्द आई। बहुत से ईमेल आए। दोस्तों मेरी सभी कहानियाँ किसी और के जीवन से ली गई हैं, जिन्हें मैं आपसे बाँटता हूँ। इस बार फिर आपको एक मस्त कहानी सुनाने जा रहा हूँ।
आनंदीलाल एक ५८ साल के व्यक्ति हैं जिनकी पत्नी इस दुनिया में नहीं हैं। उनकी दो बेटी हैं जिनका नाम रीमा और सीमा हैं। बड़ी बेटी रीमा की उम्र २४ साल हैं जो शादीशुदा है। छोटी लड़की अभी १६ साल की है जो पढ़ाई कर रही है। बड़ी बेटी रीमा की शादी को एक साल ही हुआ था। उसके ससुराल में जाने के बाद आनंदीलाल अपने घर में अपनी लड़की के साथ रहते हैं। लड़की छोटी होने के कारण उन्होंने जल्दी वी आर एस ले लिया जिससे लड़की की पढ़ाई तथा परवरिश में कोई कमी न होने पाए। आनंदीलाल दिन का समय तो किसी तरह निकाल लेते लेकिन रात निकालनी उनके मुश्किल हो जाती। इस उम्र में भी उन्हें सेक्स का कीड़ा काटता था। कभी-कभी अंग्रेज़ी फिल्म देख लिया करते। लेकिन इससे उनकी सेक्स की भूख और भी बढ़ जाती। इसलिए अपना हाथ जगन्नाथ मानकर किसी तरह अपनी बेचैनी को कम करना उनकी मज़बूरी थी। सेक्स का कीड़ा तो बाथरूम में जाते और मूठ मारकर अपना पानी निकाल लेते। इसी तरह उनके दिन कट रहे थे।..