आप सबको मेरी कहानी “प्यारी मोना-1, प्यारी मोना-2” पसंद आई, इसके लिए धन्यवाद ! उसी कहानी को आगे बढ़ाते हुए आगे का किस्सा सुनाता हूँ …मोना के साथ मेरे सम्बन्ध चल निकले थे, हफ्ते में कम से कम एक बार हमे मौका मिल ही जाता था। हम दोनों एक दूसरे से बहुत खुश थे और दोनों जिंदगी के मजे ले रहे थे। करीब दो साल तक हमारा रिश्ता रहा और हमने अपनी हर कल्पना को साकार किया…..रोल प्ले से ले कर के लिफ्ट में अर्ध-सेक्स तक…. फ़ोन-सेक्स से लेकर बाथरूम में सेक्स तक… सब कुछ कर चुके थे… इसलिए हम दोनों में कोई तनाव नहीं था… हाँ धीरे-धीरे मैं उससे प्यार करने लगा था…. मुझे सच में उससे प्यार होने लगा था और मैं उसे खोना नहीं चाहता था। मैं अपने मूल मकसद (केवल यौन सम्बन्ध) से दूर हट चुका था और उसके साथ जिंदगी सजोने के सपने देखने लगा था….