दोस्तो ! यह कहानी मुझे अपनी एक पाठिका ने चैट के दौरान सुनाई थी। उसका मानना है कि मैं बहुत कामुक (प्रेम गुरु) कहानियाँ लिखता हूँ। साथ ही उसका यह भी कहना है कि मेरा नाम प्रेम गुरु नहीं लंड गुरु होना चाहिए क्योंकि मेरी कहानियाँ पढ़ कर उस जैसी जवान लड़कियाँ मेरे लंड के लिए बदनाम होने और चुदवाने के लिए तड़फने लग जाती हैं। पर साथ ही उसका दावा भी है कि उसकी यह आपबीती मेरी कहानियों और तजुर्बे से भी अधिक मादक और उत्तेजक है। इसे पढ़ कर आप सभी पाठिकाओं का मन भी किसी मोटे लंड के लिए बदनाम होने को करने लगेगा। अब फैसला आप सभी पाठकों और पाठिकाओं को करना है कि उसकी कहानी में कितना दम है। उसके आग्रह पर मैं यह कहानी आपके सम्मुख प्रस्तुत कर रहा हूँ। यह कहानी आपको कैसी लगी मुझे अवश्य बताएं।..
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