दोस्तो, मेरा नाम अजय है मैं 29 वर्ष का हूँ, मैं भी आपकी तरह इस साईट का दीवाना हूँ और जब भी मुझे मौका मिलता है तो यहाँ कहानियाँ पढ़ता हूँ.. आज मैं आपसे हाल ही में घटित घटना के बारे में बताता हूँ। मैं मुंबई में केंद्र सरकार के प्रतिष्ठित विभाग में एक अफसर हूँ। वैसे मैं जयपुर का रहने वाला हूँ। नव वर्ष पर मैं जयपुर गया हुआ था, वापस आते समय मेरा आरक्षण जयपुर-मुंबई सुपरफास्ट के दूसरे दर्ज़े के वातानुकूलित कोच में था। मेरे कम्पार्टमेंट में मेरे अलावा एक तक़रीबन ३५ वर्षीय औरत और उसके दो बच्चे थे। हमारे अलावा उस कम्पार्टमेंट में उस औरत की छोटी बहन भी थी जिसका नाम अनु था। अनु की टिकट कन्फर्म नहीं हुई थी इसलिए वो भी वहीं बैठी थी। जयपुर से ट्रेन दो बजे के आसपास रवाना हो हुई। शुरू में तो उन लोगों से मेरी कोई ज्यादा बातचीत नहीं हुई परन्तु धीरे धीरे उस औरत के छोटे लड़के से मेरी दोस्ती हो गई क्यूंकि मेरे पास लैपटॉप था और वो मैंने गेम खेलने के लिए उस लड़के को दे दिया था।..