मेरी पहले की कहानियों के लिए कई लोगों ने मुझको मेल करके प्रोत्साहित किया, उसके लिए मैं आपका धन्यवाद देता हूँ। उसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए मैं आप लोगो को अपने जीवन की एक और कहानी बताना चाहता हूँ और आशा करता हूँ आपको यह कहानी पसंद आएगी। मैं अपनी नौकरी के कारण चड़ीगढ़ आ गया। मैं यहाँ नया था कोई मुझको नहीं जानता था ना ही मैं किसी को। मैंने एक बहुत ही अच्छी कालोनी में एक कमरा लिया और रहने लगा। मेरे मकान-मालिक बहु अच्छे थे और मेरा ध्यान भी रखते थे। मैं भी उनके कुछ काम कर देता था। हमारी कालोनी में बहुत बड़े बड़े लोग रहते थे। बहुत सुंदर लड़कियाँ भी थी जिनको देख कर ही मेरा मन उनको चोदने का करता था। बहुत दिन हो गए थे किसी लड़की को चोदे हुए। जब से यहाँ आया था, घर भी नहीं जा पाया था नहीं तो वहीं पुराने माल को चोद लेता। बस मुठ मार कर ही काम चलाना पड़ता था।…