सबसे पहले गुरुजी का धन्यवाद करना चाहूँगा जो मेरी कहानी “बड़े घर की लड़की की बड़ी प्यास” को प्रकाशित किया और अपने सारे चाहने वालो को जिनमें महिलाएँ भी हैं, जिन्होंने मुझे मेल किया। सबने आगे की कहानी जानना चाही और मैं मजबूर हो गया कहानी बताने को…अब मैं आगे बताता हूँ कि दरवाजे के पीछे क्या था. मेरे प्यारे दोस्तो, दिल थाम कर बैठिये क्योंकि मैं अब जो बताने जा रहा हूँ इस बात पर शायद ही कोई यकीन करे, मगर यह सच है। मेरे बारे में आप लोग जान ही चुके हैं मेरी पहली कहानी से कि मैं कितना गर्म इनसान हूँ और हमेशा ऐसी लड़की तलाश करता रहता हूँ जो मुझे अपनी चूत दे दे और मेरे साथ मज़े करे। मैं जब दिल्ली आया था तो मैं जिगोलो बनाना चाहता था क्योंकि चूत के साथ पैसा भी जरुरी होता है। चलो छोड़ो, कहानी पर आते हैं !..