जैसा कि आप जानते हैं कि मैं अब एक कॉल-बॉय हूँ लेकिन मैं कॉल बॉय कैसे बना, यह आपबीती उसकी शुरुआत है। मेरे घर से निचली मंजिल पर रहने वाली भाभी के साथ समय तय हो गया था (जानने के लिए पढ़ें- पड़ोस वाली भाभी-1)। अगले दिन भैया सुबह सुबह टूर पर निकल गए। उसके बाद भाभी ने मुझे नीचे बुलाया।मैंने जाकर उनके फ्लैट की दरवाजे की घण्टी बजाई। उन्होंने दरवाजा खोला तो मैं उन्हें देखता रह गया। क्या मस्त लग रही थी वो ! लाल पतली सी नाइटी में बहुत सेक्सी लग रही थी वो ! उनके मम्मों के उभार किसी का भी लंड खड़ा कर दें ! मैंने कहा- भाभी, आज क़त्ल करने का इरादा है क्या? वो मुस्कुरा दी और मुझे अन्दर आने को कहा। मैं अब कमरे के अन्दर था, भाभी ने दरवाजा बंद कर दिया और बड़ी अजीब नज़रों से मेरी तरफ देखने लगी और कहा- राहुल अगले तीन दिनों तक तुम मेरे गुलाम हो !..
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