रोमा शादी होने के बावजूद भी अकेली रहती थी। उसके पति कुवैत में सुनार का काम करते थे, पैसे की उसे कोई कमी नहीं थी। रोमा और उसके सास-ससुर घर पूर्वी हिस्से में रहा करते थे। नीचे का अधिक हिस्सा उसी के पास था। उसके सास ससुर उसकी तरफ़ नहीं आते थे। वो सामने के कमरे में ही रहा करते थे। रोमा स्वयं भी अपने हिस्से को अलग रख कर उसे दरवाजे के द्वारा बन्द रखा करती थी। रोमा का समय अधिक समय चौक में ही काम करते बीतता था। वो अपने कमरे में फ़ुर्सत के समय अधिकतर लेटी लेटी अपने पति के साथ गुजारे चुदाई व रोमान्टिक पलो को याद किया करती थी। रोमा को अपने पति के साथ बिताये हुये उत्तेजक पल सोचते हुये उसका मन अन्तर्वासना से भर उठता था। वो अपने कपड़े उतार कर फ़ेंक देती थी। अपने कामांगों को मसलते हुये बिन जल मछली की भांति तड़पने लगती थी। फिर वो अपनी दोनों टांगें फ़ैला कर बेशर्मी से अपनी योनि में अंगुली घुसाने लगती थी। पैन के पीछे का भाग अपनी गाण्ड के छेद में घुसा लेती थी। उसका मन काम वासना से फ़ट सा जाता था। अपने कोमल अंगों के साथ वो बलात्कार जैसा व्यवहार करने लगती थी और इसका अन्त उसकी चूत में से पानी निकल कर होता था। रोमा अपने घर में ऊपर रहने वाले किरायेदार छात्र के नाम पर भी इस आग, अपना कामरस निकालती थी। वो भरकस प्रयत्न करती कि वो उसके प्रेमपाश में चला आये और ये सारा प्रेम रस उमेश पर न्यौछावर कर दे।……
September 13th, 2011 at 12:11 pm
kabhi mujhse mel ne ka man to coll me 9971037007 ye number fack nahi hai iam feel i love with u
September 14th, 2011 at 5:50 am
sorry aap sabhi log mujhe galat samajh rahe hai ye msg to only for girl's ke liye hai i am mail not femail par aap apni life sheyr kar sakte hai aap ki problams ko solve karne me aap ki madad karuga koi bhi
September 14th, 2011 at 9:40 am
meri behen ek randi hai. usko kuch hot photos mere paas hai. agar koi dekhna chahta hai to muze mail kare p.bhosale86@gmail.com