उस समय मैं केवल १९ साल की थी तब मैंने पहला लन्ड पकड़ा था । मैं दिल्ली मे रहती थी । कॉलेज मे पढ़ती थी । मुझे इंग्लिश पढने का बड़ा शौक था । मेरी कालोनी मे एक अंकल रहा करते थे । उनका नाम था नकुल खुराना । उम्र कोई ४२ साकी होगी । मुझे कुछ दिन पहले ही पता चला था की अंकल इंग्लिश ही अपने कॉलेज मे पढ़ाते है । और अपने स्टुडेंट्स को घर पर भी पढ़ाते है । मैं धीरे धीरे उनके पास पौंच गयी । उनसे बात चीत की । अंकल ने मेरे अन्दर इंग्लिश पढने की इच्छा की सराहना की । मैं खुश हो गयी और इस तरह मैं उनसे इंग्लिश पढने लगी । १९ वर्ष की आयु मे ही मेरा बदन बहुत गदरा गया था । मेरी जांघें मोटी मोटी होने लगी थी । मेरे चूतड हर रोज़ थोडा थोडा बढ़ने लेगे थे । मेरी ब्रा एक महीने मे ही छोटी हो जाती थी क्यों की मेरी चूंचियां हरदिन थोड़ी थोड़ी बढ़ रही थी । मेरी झांटेबहुत घनी थी । मैं झांटों की डिजाईन बनाने लगी थी । मेरे अन्दर सेक्स की इच्छा बढती जा रही थी । मैं वाकई बड़ी खूब सूरत थी । मैं जब अंकल के पास जाती तो वो मुझे घूर घूर कर देखते थे । कुछ दिन बाद मुझे मालूम हुआ की वो मुझे नहीं बल्कि मेरी चूंचियां देखते है । मेरी गांड देखते है । मेरी चाल देखते है और मेरी मोटी मोटी जांघे भी । तब मैं भी कुछ रूचि लेने लगी । और तंग कपडे पहनने लगी । चूंचियों को और बाहर निकाल कर उनके पास जाने लगी । एक दिन मैंने टी शर्ट पहन लिया । उसके सामने के बटन खुद ही तोड़ डाले । अब मेरी चूंचियां कुछ ज्यादा ही दिखाई पड़ने लगी । अन्दर ब्रा नहीं पहनती थी । एक दिन मैंने देखा की अंकल की निगाह मेरी चूंचियों से हट ही नहीं रही थी ।…..
August 4th, 2011 at 10:34 am
good one…look forward to more such stories