मैं दिल्ली में रहने वाला एक कॉलेज गॉय हूँ …मेरा नाम स्वप्निल है, अब शुरू करता हूँ मैं अपनी कहानी ! उस दिन मुझसे यह यह सब कैसे हुआ, किन हालातों में हुआ, मैं इससे बिलकुल अनजान था। बात कुछ ही दिन पुरानी है, भव्या से मेरी पहली मुलाकात तब हुई थी जब मैं बी ए प्रथम में था। मैं उसे शुरू से ही पसंद करता था। शायद वो भी मुझे पसंद करती थी। उसके पापा भी मेरे पापा के अच्छे मित्र हैं इसलिए अंकल भी मुझे अच्छे से जानते थे। पिछले महीने ही हमारी अर्धवार्षिक परीक्षा समाप्त हुई हैं २७ नवम्बर को हम (मैं, भव्या, रोहित, आशीष, अनुज, नीतिश, के के) लोगों ने पार्टी रखी थी।..
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