Sabar Ka Fal

Posted Jun 14th, 2011 by Sunia Sharma in Audio, Blog, Main
Please sign in or create a free account to download this audio file

मेरी शादी गांव की रीति-रिवाज के हिसाब से कम उमर में ही हो गई थी। जिस घर में मैं ब्याही थी उसमें बस दो भाई ही थे, करोड़पति घर था, शहर में कई मकान थे। वे स्वयं भी चार्टेड अकाउंटेन्ट थे। छोटा भाई यानि देवर जी जिसे हम बॉबी कहते थे उसका काम अपनी जमीन जायदाद की देखरेख करना था। प्रवीण, मेरे पति एक सीधे साधे इन्सान थे, मृदु, और सरल स्वभाव के, सदा मुस्कराते रहने वाले व्यक्ति थे। इसके विपरीत बॉबी एक चुलबुला, शरारती युवक था, लड़कियों में दिलचस्पी रखने वाला लड़का था। मेरी सहेली मेरी ही तरह गांव में पड़ोस में रहने वाली विधवा युवती गोमती थी जो मुझसे पांच साल बड़ी थी। मेरी राजदार थी वो, मैं उसे हमेशा साथ ही रखना चाहती थी, सो मैंने उसे अपने पास अपनी सहायता के लिये रख लिया था। उसकी उमर कोई बत्तीस वर्ष की थी। उसके पति एक दुर्घटना में चल बसे थे। वो मेरी मालिश किया करती थी, मुझे नहलाया करती थी। मुझसे नंगी व अश्लील बातें किया करती थी। मुझे इन सब बातों में बहुत मजा आता था। मेरे पति अधिकतर व्यवसायिक यात्रा पर रहा करते थे, उनकी अनुपस्थिति में एक गोमती ही थी जो उनकी कमी पूरी किया करती थी। “ये घने काले काले गेसू, ये काली कजरारी आँखें, गोरा रंग, पत्तियों जैसे अधर, सखी री तू तो नाम की नहीं, वास्तव में मोहिनी है !”……

5 Responses to “Sabar Ka Fal”

  1. pooja19 Says:

    hi koi land ko chushne wali batao na.mahesh

  2. nick Says:

    mara land hai na jaan

  3. Sameer Says:

    hi koi land ko chushne wali batao yaar mera emailid : ctrlvp@gmail.com

  4. Sunia Sharma Says:

    Thank you all for putting these nice comments. Meri choot ka kya karo gai… mai tu sirf virtual houn physical nahij 😀

  5. Aakkhhiill2 Aakkhhiill2 Says:

    choutia 1 hi ladki ki awaz sunkar pak gaya hu change karo ise……………..plz

Leave a Reply

You must be logged in to post a comment.