यह बात आज से १ साल पुरानी है जब हमारे मकान में एक किरायदार रहने के लिए आए थे। में उन्हें भैया और भाभी कहता था। धीरे धीरे उनसे अच्छे सम्बंध बनते गये और मैं उनके करीब पहुंचता गया। भाभी का पति तो ज़्यादातर तौर पर बाहर ही रहता था। एक दिन यूँ हुआ कि भाभी के पति गये हुए थे और मेरे घर वाले भी आउट ऑफ मुंबई गये थे और कमरे की चाबी भाभी को दे गये, मुझे घरवालो ने फोन कर के बता दिया था की चाबी भाभी के पास है। मैं घर पे आया और सीधा भाभी के कमरे की बेल बजाई तो भाभी निकली उस वक़्त उन्होने क्रीम रंग का गहरे गले सूट पहन रखा था और सिर पे दुपट्टा भी नही था। वैसे भाभी का फिगर ३६ ३२ ३६ होगा, ब्रा इतनी टाइट पहन रखी थी कि मुमे बाहर आने के लिए फड़फड़ा रहे थे। मैंने कहा- भाभी चाबी चाहिए !तो भाभी ने कहा- अंदर आ जाओ ! मैं चाबी लाती हूं ! इत्तफ़ाक़ से क्या हुआ कि भाभी चाबी रख कर भूल गई. भाभी थोड़ी देर बाद आई और मुझसे कहा कि चाबी तो पता नही कहां रख कर भूल गई मैं? मैने कहा- भाभी चाबी तो चाहिए नहीं तो मैं रात को कहां पर लेटूंगा? तो भाभी ने कहा की ठीक है, मैं और अच्छी तरह से एक बार और देख लूँगी। यह कह कर वो सोफे पर बैठ गई और मुझसे बात करने लगी और फ़्रिज़ में से पेप्सी निकाल कर ले आई। मुझे भाभी ने पेप्सी दी लेकिन खुद नहीं ली।…
March 12th, 2011 at 5:33 pm
xx
March 28th, 2011 at 7:16 pm
Story is exciting but the thing excites lund i.e what way u read d story so just don’t read suniaji add more sex in voice,feel d story and make it more sexy…tab lund tight hone ka maja ayega
March 28th, 2011 at 7:24 pm
Story is exciting thi isne kai had tak mera lund tight bhi kar diya aur suniag apki voice bahut hi sexy lekin ap story padhne ki ada me sex daliye taki lund puri tarah se tight ho jaye tab maja ayega
March 31st, 2011 at 10:15 am
thanks