दोस्तो, आपने मेरी पहली कहानी “दीदी के साथ कुंवारापन खोया” तो पढ़ी होगी। आज मैं अपनी अगली कहानी आप लोगों के सामने रख रहा हूँ। यह कहानी है मेरी गर्लफ्रेंड सोनी की ! आज से लगभग दो साल पहले की बात है जब मैं सोनी से पहली बार मिला था, तब वो घर के बाहर खड़े होकर बाल बना रही थी। क्या फिगर था उसका ! गोरा रंग, संतरे के जैसे उसके वक्ष और उसकी गांड भी कमाल की थी। ऊपर से लेकर नीचे तक संगमरमर से तराशा हुआ बदन था उसका ! उसकी आँखें इतनी नशीली थी कि जो भी उनमें देखे वो उन्हीं में डूब जाये ! क्या मासूम चेहरा था उसका ! उसने अभी अभी जवानी की दहलीज पर कदम रखा था। मैं पहली नज़र में ही उसका दीवाना हो गया था, उसी वक़्त मैंने फैसला किया चाहे कुछ भी हो इसे तो कैसे भी पटाउंगा। अब मैं उससे बात करने के बहाने खोजने लगा। मैं तो आप लोगों को यह बताना भूल ही गया था कि उस वक़्त मैं कॉलेज के साथ पार्ट टाइम जॉब भी करता था और सोनी का घर मेरे ऑफिस के पास ही था जहाँ से मैं रोज आता जाता था। आखिर एक दिन मुझे मौका मिल ही गया। तब गणेशोत्सव चल रहा था और हमारे ऑफिस में गणेश-स्थापना हुई थी( हमारे ऑफिस में हर साल गणेश स्थापना होती है) मैंने हाल ही में ऑफिस ज्वाइन किया था, सो मुझे ये पता नहीं था। सोनी मेरे ऑफिस में हर साल गणेशोत्सव में आरती करने के लिए आती थी, मुझे यह भी मालूम नहीं था। मैं ऑफिस में ऊपर बैठ कर कंप्यूटर पर काम कर रहा था कि अचानक मेरे बॉस ने कहा- सूरज नीचे आ जाओ ! आरती शुरू होने जा रही है !.
March 1st, 2011 at 11:10 pm
good work
March 2nd, 2011 at 7:16 pm
wannna hear the sound first time