प्यारे मित्रो, बहुत हिम्मत जुटाने के बाद ही मैं आज मैं अपनी बात आपके सामने रखने जा रही हूँ। मैं गोरखपुर की रहने वाली नायाब हुस्न की मल्लिका तथा बी ए द्वितीय वर्ष मे अध्ययनरत हूँ। मैं अपनी सच्ची कहानी शुरू करती हूँ आशा है कि आपको मेरी पहली कहानी पसन्द आयेगी। सर्व प्रथम मेरे प्रेरणास्रोत गुरु जी को साष्टांग प्रणाम ! सोलहवां सावन आते-आते मैंने अपना कौमार्य खो दिया और सेक्स जीवन का आनन्द उठाना मेरे लिये जैसे रोज़ रोज़ की बात हो गई। मुझे अब बुर चुदवाने में बोरियत सी होने लगी। एक बार मैं अपने कम्प्यूटर में ब्ल्यू फ़िल्म देख रही थी। तभी मुझे एक गाण्ड मरवाने का दृश्य दिखाई दिया। यों तो ब्ल्यू फ़िल्म देख्नना मेरे लिये सामान्य बात थी लेकिन मुझे वो गाण्ड मरवाने का दृश्य जिसमे नायक नायिका की गाण्ड मारता है और नायिका अपने पिछ्ले दरवाजे से स्वर्ग का आनन्द लेती हुई प्रतीत होती है, पता नहीं क्यों बार-बार मुझे उत्तेजित एवं आकर्षित कर रहा था।…
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