मेरी कहानी आज से तीन साल पहले की है, एक बार मैंने एक बस स्टैंड पर एक लड़की को देखा। मैंने उससे पूछा- आप दिल्ली की हो? उसने कहा- हाँ ! फिर हम उस बस से ऑफ़िस तक गये। ऐसे ही लगातार २ साल हो गये। एक दिन मैंने पूछा- कहीं घूमने चलते है। उसने कहा- ठीक है, हम लोग ऊटी चल सकते हैं ! मैने झट से ट्रॅवेल एजेंट को फोन करके दो टिकेट बुक करा दिए। बस में बैठते ही धीरे से उसका हाथ अपने हाथ में रख लिया और सहलाने लगा। मेरा हाथ सहलाना उसको भी अच्छा लग रहा था। अभी तक बस में बाकी लोग सो चुके थे, मैं हिम्मत करके अपना हाथ उसकी चूचियों तक ले गया। और धीरे धीरे मसलने लगा, वो मुस्कुरा रही थी। मैंने सोचा बस काम बन गया और सुबह तक हम लोग ऊटी पहुच गये।..